भारतीय जनता पार्टी में फेरबदल की सुगबुगाहट

नई दिल्ली :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 29 सितंबर और कल 30 सितंबर को गुजरात के दौरे पर रहेंगे, गुजरात में इसी वर्ष विधानसभा के चुनाव हैं, 29 हजार करोड़ की सौगात भी देंगे। वैसे भी आने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर हर पार्टी सक्रिय हो चुकी है।

सिंधिया भोपाल और शिवराज दिल्ली
नई दिल्ली सूत्र यह बता रहे हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्री परिषद का विस्तार होने जा रहा है, चर्चा के अनुसार ज्योतिर्दातित्य सिंधिया नई दिल्ली से वापस मध्य प्रदेश लौट सकते हैं और शिवराज सिंह चौहान नई दिल्ली जा सकते हैं।

कल ही भाजपा के सभी राष्ट्रीय महामंत्री और संगठन प्रभारी एवं भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन की एक महत्वपूर्ण बैठक केंद्रीय भाजपा कार्यालय पंडित दीनदयाल मार्ग में संपन्न हो चुकी है।

कद्दावर मंत्री ड्राप होंगे : कई बनेंगे राज्यपाल
सूत्र तो यह भी बता रहे हैं कि कुछ कद्दावर मंत्रियों को भी ड्रॉप किया जा सकता है, कई राज्यों के राज्यपाल का कार्यकाल भी समाप्त होने जा रहा है, कुछ लोगों को राज्यपाल भी बनाया जा सकता है, इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ से भी किसी को राज्यपाल के पद पर बैठाया जा सकता है चर्चा यह भी है कि 2024 के लोकसभा चुनाव की रूपरेखा लगभग तैयार हो चुकी है और संभवत यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्री परिषद का अंतिम विस्तार होगा।

दिल्ली सूत्र यह बता रहे हैं 10 से 15 कद्दावर मंत्रियों को पद से हटाया जा सकता है। विप्लव देव, त्रिपुरा, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही शिंदे गुट शिवसेना के कुछ सांसद के साथ, गुजरात से पुरुषोत्तम रुपाला को मंत्री पद दिया जा सकता है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो रहा है चर्चा यह भी है कि उन्हें एक्सटेंशन दे दिया जाएगा या फिर उनके स्थान पर जो चर्चा है राजनाथ सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है।

छत्तीसगढ़ से भी राज्यमंत्री बन सकते हैं
छत्तीसगढ़ से भी कुछ नाम तैर रहे हैं जिन्हें केंद्रीय मंत्री परिषद में राज्य मंत्री बनाया जा सकता है क्योंकि 2023 में छत्तीसगढ़ विधानसभा का चुनाव भी प्रस्तावित है।

छत्तीसगढ़ भाजपा के नए प्रभारी ओम प्रकाश माथुर दशहरे के बाद छत्तीसगढ़ दौरे पर आएंगे, उसके पहले नई में बदलाव हो चुका होगा ऐसा सूत्र बता रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में गुटबाजी हावी
छत्तीसगढ़ में भाजपा संगठन में बदलाव के बाद गुटबाजी पर नियंत्रण नहीं हो पाया है इसकी पूरी फीडबैक लेने नए भाजपा प्रभारी ओम प्रकाश माथुर तरोताजा होकर रायपुर पहुंचेंगे, अब क्या परिवर्तन कर पाएंगे उनकी क्या रणनीति होगी यह तो आने वाला समय ही बताएगा। लेकिन भाजपा में प्रदेश स्तर पर बदलाव के बाद ज़िला स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं को 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं कर पाए हैं और कार्यकर्ता लोगों की भावना के अनुरूप एक रिपोर्ट छत्तीसगढ़ से केंद्रीय भाजपा कार्यालय नई दिल्ली भेजी जा चुकी है, गुटबाजी करने वालों के चेहरे चिन्हित कर लिए गए हैं निर्णय और निर्देशों का इंतजार किया है, क्या होगा वह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।

पर तय है कि कांग्रेस के राजस्थान पर कुर्सी कुर्सी के ड्रामे जैसा भाजपा में कतई नहीं होगा।

By admin

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