राजस्थान में चल रहे राजनैतिक ड्रामे ने कांग्रेस के अस्तित्व पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिए हैं।
दिग्गज राजनैतिज्ञ के नए पैंतरे से गांधी परिवार समेत सब पशोपेश में हैं।
अशोक गहलोत ने आज सोनिया गांधी से मुलाकात कर ये बयान दिया कि “मैं अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ूंगा।साॅरी। मैंने सोनिया गांधी से माफी मांग ली है साथ ही मुख्यमंत्री का फैसला सोनिया गांधी के ऊपर छोड़ दिया है।
इधर बृजमोहन अग्रवाल ने पहले ही कह दिया था कि कांग्रेस अध्यक्ष के पद के लिए कोई नहीं मिल पा रहा है।हमारी शुभकामनायें हैं कि गांधी परिवार के अलावा जो अध्यक्ष पद पर आए उसके लिए।
अशोक गहलोत के लिए मुख्यमंत्री का पद अधिक बड़ा है।
कहा कि भूपेश बघेल से बड़ा कांग्रेस में कोई नेता नहीं है। वो केरल में क्या कर रहे इस पर उनसे पूछा जाना चाहिए।