पिछले विधान सभा चुनाव में हारे लोगों को बैठक से दूर रखा गया।
छत्तीसगढ में भाजपा की धमतरी के गंगरेल रिसॉर्ट में हो रही बैठक में एकसाथ कई विषयों पर मंथन चल रहा है।
बैठक के बाद कुछ फेरबदल कर बड़े संकेत भी दिए जा सकते हैं ऐसा सूत्रों का कहना है।
बस्तर संभाग के 12 विधानसभा क्षेत्र के कांकेर लोकसभा क्षेत्र के एकमात्र निर्वाचित भाजपा के सांसद जिसमें बालोद जिला के 3 विधानसभा क्षेत्र गुंडरदेही बालोद और डौंडीलोहारा क्षेत्र आते हैं। साथ ही धमतरी ज़िला के सिहावा नगरी विधानसभा क्षेत्र जो कांकेर लोकसभा क्षेत्र में आता है उसके एकमात्र निर्वाचित आदिवासी जनप्रतिनिधि कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी को आज 6 अक्टूबर 2022 को प्रदेश भाजपा के प्रमुख नेताओं की होने जा रही धमतरी जिले के गंगरेल रिसॉर्ट जो कि सिहावा नगरी विधानसभा क्षेत्र में आता है। इस बैठक में मोहन मंडावी को नहीं बुलाया जाने से सांसद मंडावी में नाराजगी है साथ ही आदिवासियों में भी गंभीर नाराजगी है कि बस्तर संभाग के एकमात्र निर्वाचित आदिवासी जनप्रतिनिधि की पार्टी उपेक्षा कर रही है। जबकि सरगुजा सांसद रेणुका सिंह को बुलाया गया है।
पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे को भी नहीं बुलाया गया है वहीं इस बैठक में अमर अग्रवाल,राजेश मूणत को भी दूर रखा गया है। कहीं इससे ये भी संदेश दिया जा रहा है कि जो हार चुके हैं उन्हें किनारे ही रखा जाएगा? जबकि हाल ही में नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाए गए धरम लाल कौशिक को बुलाया गया है।
डाॅक्टर रमन सिंह बीमारी के ईलाज के लिए पहले से ही दिल्ली में हैं इससे ये भी स्पष्ट है कि छत्तीसगढ में संगठन आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए कई बड़े चेहरों को भी किनारे करने का मन बना चुका है साथ ही आदिवासी समाज से भी एकदम नए और अच्छे चेहरों को आगे लाने के लिए प्रयासरत है।