‘पहल’ की ख़बर पर आज ईडी के ट्वीट की मुहर लग चुकी है।
हमारी बेबसाईट ने छत्तीसगढ में ईडी की रेड पर हर ख़बर प्रमाणित रूप से दी। 11 अक्टूबर को रात 9.15 पर हमने छत्तीसगढ में बरामद रूपयों की तस्वीर सबसे पहले आप सब से साझा की जो आज पूरी तरह से ईडी की आधिकारिक रूप से ट्वीट के बाद प्रमाणित हुई।
छत्तीसगढ में भ्रष्टाचार में डूबे लोगों के लिए ईडी का नाम खौफ़ का पर्याय बन चुका है।
सूत्रों के अनुसार ईडी ने कुछ बड़े नामों की पूरी विस्तृत कुंडली बना ली है और उनकी हर गतिविधि पर बेहद पैनी नज़र रखी जा रही है।
ईडी ने आज छत्तीसगढ़ की अपनी रेड पर प्रेस रिलीज भी जारी की है।इसके मुख्य तथ्य निम्नानुसार हैं।
ईडी ने पीएमएलए 2002 के तहत तलाशी अभियान चलाया।इसमें कई तथ्यों को पाया।
परिवहन में प्रत्येक टन कोयले में 25 रुपये की अवैध वसूली हो रहीथी-ईडी
इस घोटाले का सरगना सूर्यकांत तिवारी ने अवैध वसूली के लिए समांतर प्रणाली विकसित की
वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत दी।
इसी अवैध वसूली और इसके सबूत मिटाने के खिलाफ पहने आईटी ने जांच शुरू की।
मनी लॉन्ड्रिंग होने पर ईडी भी जांच कर रहा है
सूर्यकांत तिवारी फ़रार है-ईडी
तिवारी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वसूली का एक नेटवर्क बनाया।
अनुमान के मुताबिक वसूली से रोज 2 -3 करोड़ उगाते थे-ईडी।
लक्ष्मीकांत तिवारी ने माना कि वह रोज 1 से 2 करोड़ की जबरन वसूली करता था-ईडी।
सुनील अग्रवाल सूर्यकान्त तिवारी का भागीदार-ईडी।
आईएएस समीर विश्नोई के यहां से 47 लाख रूपए कैश और 4 किलो सोना बरामद हुआ है।
ईडी की कार्रवाई छत्तीसगढ़ में अभी जारी रहेगी
अपनी फेसबुक पर भी सारी तस्वीरें 11 अक्टूबर को साझा की थीं।’पहल’की विश्वशनीयता पर आपका विश्वास बना रहे इसके प्रयास जारी रहेंगे।