छत्तीसगढ में अजय जमवाल के आते ही भाजपा के दिग्गजों की बेचैनी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
सरगुजा व बस्तर संभाग से भाजपा का सफाया हो गया था। सबसे बुरी हालत सरगुजा संभाग से रही थी।14 अगस्त को सरगुजा संभाग के वाड्रफनकर क्षेत्र से तिरंगा यात्रा के दौरान दो धुर विरोधी भाजपा के नेता कदम से कदम मिलाकर सड़कों पर तिरंगा लिए चलते दिखे।
तस्वीरों के भी अपने मायने होते हैं।सूत्रों की मानें तो ये दोनों नेता भाजपा के पूर्व मंत्री और राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम व पूर्व गृहमंत्री रामसेवक पैकरा अपनी अपनी ज़मीन तलाशने के लिए पहले के विरोध को दरकिनार करते एकजुट होने को दिखाने के लिए साथ साथ तिरंगा यात्रा पर निकले।
राजनीति में कब विरोधी एक हो जायें कहा नहीं जा सकता।विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार ये दोनों अपने कद को भाजपा की महिला सांसद रेणुका सिंह के सामने लगातार कम होते देख भी आने वाले चुनाव को देखते हुए गठबंधन में लगकर अपनी नैय्या पार करने की कोशिश में लग चुके हैं।
वहीं वर्तमान नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक से जब पत्रकारों ने पूछा कि कल विधायक दल की बैठक में क्या होगा,इस पर असहज होकर बोले कि प्रदेश अध्यक्ष को हटाया गया है पहले ही कल जो होगा आप सबको पता चल जाएगा।
तय है कि भाजपा में बड़ी सर्जरी होगी।जिसका पूर्वानुमान इन नेताओं को हो चुका है।