छत्तीसगढ में प्रचंड बहुमत वाली कांग्रेस सरकार के लिए अब आगामी चुनाव के लिए राह उतनी आसान नहीं रहेगी।
भाजपा के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जमवाल का धुआंधार प्रदेश का दौरा प्रारंभ हो गया है।आज सबसे पहले नवनियुक्त प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के ज़िले से उन्होंने दौरा प्रारंभ किया। इस दौरा कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री पवन साय भी उपस्थित थे।
क्षेत्रीय संगठन महामंत्री ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए संबोधित किया और केन्द्र में मोदी सरकार की, जनता के हित के कार्यक्रम के बारे में बताया।
जिस तरह अजय जमवाल ज़मीनी स्तर पर भाजपा कार्यकर्ताओं से मिल रहे हैं,उससे स्पष्ट है कि अब छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं को तवज्जो देकर भाजपा अपनी ज़मीनी लड़ाई युद्ध स्तर पर शुरू करने जा रही है।इसे कांग्रेस यदि हल्के में लेने की चूक करती है तो ये उसकी बड़ी भूल भी साबित हो सकती है।
नार्थ ईस्ट के राज्यों में जिस तरह जमवाल कुछ लोगों के साथ काम कर पूरी तरह से परिणाम आश्चर्य जनक रूप से भाजपा के पक्ष में करने में सफल हुए हैं,इससे केंद्रीय संगठन में इनका कद बहुत बढ़ चुका है।
नार्थ ईस्ट में जमवाल की पहुंच घर घर तक हो चुकी थी। इसी से अंदाज़ लगाया जा सकता है कि छत्तीसगढ में किस तरह एक कुशल रणनीतिकार के रूप में अजय जमवाल कांग्रेस को उसके गढ़ में अपने ही अंदाज़ से दिन प्रतिदिन कमजोर करने की बेहद आक्रामक रणनीति से भेजे गए हैं।
अब कांग्रेस की आपसी फूट और छोटी से छोटी भूल को भाजपा बड़ा मुद्दा बनाने से कतई नहीं चुकेगी।
कांग्रेस की ताकत भूपेश बघेल हैं मगर कमजोरी ये है कि दूसरी पंक्ति में कोई कद्दावर और ज़मीनी नेता पनप भी नहीं पाया है या कहिए राज्य में वन मैन शो ही चल रहा है।
ऐसे में देखना होगा कि आज विधायक दल की बैठक में क्या चौंकाने वाले निर्णय होंगे।
कुछ दिग्गज और वैचारिक रूप से समृद्ध कांग्रेसी अजय जमवाल की ज़मीनी लड़ाई में निपुणता को कांग्रेस के लिए अभी से खतरे की घंटी भी मान रहे हैं।