छत्तीसगढ में आदिवासी समाज आरक्षण के मुद्दे पर अब तेजी से एकजुट होकर हर तरीके से विरोध करने का मन बना चुका है।
देखिए छत्तीसगढ सर्व समाज के द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति।
12% आरक्षण कम होने को लेकर आदिवासी समाज बहुत आक्रोश में है।सर्व आदिवासी समाज ने एकजुट होकर अब राज्य की कांग्रेस सरकार पर सीधे प्रहार कर कहा है कि मुख्यमंत्री भी एक महीने से इस मुद्दे पर आश्वासन ही दे रहे हैं। अभी तक सरकार सुप्रीम कोर्ट भी नहीं पहुंच पाई है।
वहीं इस मुद्दे पर आदिवासी समाज के लोग अफने आदिवासी नेताओं को भी सीधे सीधे घेरने का मन बना चुके हैं।ऐसे आदिवासी नेता जिनका सत्ता में आने पर चाल चरित्र बदल गया है उनके लिए अब उन्हीं के आदिवासी समाज के लोग दो टूक बात करने की जगह उनका विरोध का मन बना चुके हैं।
1 नवंबर से 3 नवंबर तक राज्योत्सव में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य का पूर्णतया बहिष्कार कर राजधानी रायपुर समेत ज़िलों में भी विरोध किया जाएगा।साथ ही हर जगह सांसद,मंत्रियों व विधायकों के निवास के सामने ढोल नगाड़े बजाकर दमदार विरोध किया जाएगा।
15 नवंबर को पूरे छत्तीसगढ राज्य में आर्थिक नाकेबंदी की जाएगी व मालवाहक वाहन के अतिरिक्त ट्रेन रोकने का आंदोलन भी शामिल किया जाएगा।