Breaking : सभी राज्यों के गृहमंत्रियों का दो दिवसीय चिंतन शिविर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में आज से फरीदाबाद के सूरजकुंड में हो रहा है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि राज्यों के गृहमंत्री के चिंतन शिविर में योगी आदित्यनाथ को भी बुलाया गया है जो आज दोपहर शिविर में पहुंचेंगे।योगी आदित्यनाथ के अतिरिक्त उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी आमंत्रित किया है।

गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ और पुष्कर सिंह धामी के पास राज्य का गृहमंत्रालय भी है।दो दो महत्वपूर्ण पद पर अपने कर्तव्य का निर्वाह अन्य राजनेताओं के लिए एक सीख भी है।

देश की आंतरिक सुरक्षा पर विशेष मंथन के लिए ये दो दिवसीय शिविर आयोजित किया जा रहा है।

इससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि विशाल जनसंख्या वाले यूपी की कानून व्यवस्था अब हर राज्य के लिए मिसाल बनती जा रही है, साथ ही योगी आदित्यनाथ का कद दिन पर दिन बढ़ भी रहा है।

*प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्रियों के कार्यक्रम को 28 अक्टूबर को सुबह 10:30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे*
गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में हिस्सा लेंगे सीएम योगी और धामी

-उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली में हैं मौजूद


-यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर 12:30 बजे हिंडन एयर बेस पहुंचेंगे

– यहां से हेलीकॉप्टर से फरीदाबाद होंगे रवाना

– 27 और 28 अक्टूबर को फरीदाबाद के सूरजकुंड में है चिंतन शिविर


-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होगा चिंतन शिविर

-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 अक्टूबर को गृह मंत्रियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग से करेंगे सम्बोधित

*आज फरीदाबाद में गृह मंत्रालय का चिंतन शिविर, गृहमंत्री अमित शाह करेंगे अध्यक्षता*

*चिंतन शिविर में राज्यों के गृह मंत्री और संघशासित प्रदेशों के उपराज्यपाल एवं प्रशासक भाग लेंगे*

*आज दोपहर 3 बजे गृहमंत्री चिंतन शिविर को करेंगे संबोधित*

चिंतन शिविर का उद्देश्य “विजन 2047” और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वतंत्रता दिवस भाषण में घोषित पांच प्रण के कार्यान्वयन के लिए कार्य योजना तैयार करना है

शिविर में साइबर अपराध प्रबंधन के लिए ईको-सिस्टम विकसित करने, पुलिस बलों के आधुनिकीकरण, आपराधिक न्याय प्रणाली में आई.टी. के बढ़ते उपयोग, भूमि सीमा प्रबंधन और तटीय सुरक्षा एवं आंतरिक सुरक्षा से संबंधित अन्य मुद्दों पर चिंतन होगा।

वर्ष ‘2047 तक विकसित भारत’ के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नारी शक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है, चिंतन शिविर में देश में महिलाओं की सुरक्षा और उनके लिए सुरक्षित वातावरण बनाने पर विशेष बल दिया जाएगा।

By admin

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