भारत की राजनीति में धर्म हमेशा से केंद्र बिंदु रहा है।भले ही कोई भी पार्टी धर्मनिरपेक्षता की दुहाई दे मगर चुनाव नज़दीक आते ही नेता हर धर्म के धार्मिक स्थलों का रूख करते नज़र आने लगते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की धार्मिक स्थलों पर और वहां उनके पूजा करने की फोटो मीडिया में सुर्खियों में रहती हैं।
राहुल गांधी लगातार भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं जिसमें अच्छी भीड़ इकट्ठी हो रही है।उज्जैन के महाकाल मंदिर में राहुल गांधी ने गर्भगृह में विशेष पूजा की जिसमें वो पूरी तरह पारंपरिक परिधान में दिखे थे।
लेकिन छत्तीसगढ के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने एक ऐसा बयान दे दिया जो सोशल मीडिया पर सुर्खियों का विषय बना हुआ है।कांग्रेस की धर्म निरपेक्षता वाली पंक्ति से हटकर मंत्री अमरजीत ने राहुल गांधी को ‘पंडित राहुल गांधी’ कहकर संबोधित कर डाला।साथ ही अजीबो-गरीब दलील भी दे डाली कि पंडित राहुल गांधी मंदिर व मठ जाते हैं पूजा करते हैं।पंडित राहुल गांधी और उनका परिवार शुरू से ही धार्मिक हैं।वो मंदिर,मठ व शिवालयों में जाते हैं।
अब अमरजीत भगत के इस बयान पर आमजन और भाजपाई कह रहे हैं कि अमरजीत भगत पहले पंडित शब्द का अर्थ ही बता दें।
वैसे भी भारतीय संस्कृति में पंडित शब्द का शाब्दिक अर्थ विद्वान के रूप में ही किया जाता है।इसके लिए किसी जाति या धर्म विशेष से होना मायने नहीं रखता।वहीं भाजपाई चुटकी लेकर कह रहे हैं कि चलो राहुल गांधी अब मोदी की देखादेखी धार्मिक जगहों पर तेजी से जा रहे हैं ये अच्छी बात है।
वैसे मंदिर,मठ व शिवालयों पर जाने के लिए कोई भी स्वतंत्र है मगर पंडित की उपाधि को लेकर सोशल मीडिया पर लोग राहुल गांधी के पहले के वीडियो भी जमकर डाल रहे हैं और अलग अलग तरीके से दलीलें दे रहे हैं।