छत्तीसगढ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में एक युवक किशन अग्रवाल ने कल आरक्षण के मुद्दे पर भूपेश बघेल से माइक पर संवाद किया।जब इस युवक ने लगातार तथ्यों पर बात की तो भूपेश बघेल तिलमिला गए और कह डाला कि तुम्हारे पिता या चाचा ने कभी माइक पकड़ा है।इस पर युवक ने कहा मैं आपसे बात कर रहा हूं। भूपेश बघेल ने कहा कि आरोप मत लगाओ खाली। युवक ने कहा वो मैं लगा सकता हूं आप भी तो रमन सिंह और मोदी पर आरोप लगाते हैं।मगर इस दौरान सरकारी कैमरे भूपेश बघेल के चेहरे से हटा दिए गए। भूपेश बघेल ने तो यहां तक कह डाला कि कलेक्टर जी इसका इलाज कराईए।आज सोशल मीडिया पर ये चर्चा का विषय बना हुआ है
कल छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री बेमेतरा ज़िले में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम कर रहे थे। इसी दौरान ज़िले के थान खमरिया के युवक ने कुछ मुद्दों पर भूपेश बघेल से शिकायत भरे लहजे में बात की। जिस पर ये सब हंगामा हुआ।हालांकि भूपेश बघेल ने इसके इलाज की बात तक कह दी मगर युवक का कहना है कि वो विक्षिप्त नहीं है।
ये ऑडियो भी वायरल हो रहा है मगर इसका वीडियो अभी नही है।इसमें भूपेश बघेल कलेक्टर से लड़के के ईलाज की बात कर रहे हैं।
युवक की जिज्ञासा थी मन में शंकायें थीं जिसका उत्तर तलाशने वो मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में आया था। भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में जनता की आवाज़ मुख्यमंत्री तक पहुंचे इसलिए ये कार्यक्रम खुद मुख्यमंत्री के निर्देश पर हो रहा है।लेकिन जिस तरह कल इस कार्यक्रम में भूपेश बघेल अचानक खीझ उठे उससे बैठे बैठाए विरोधियों को मौका मिल गया।भूपेश बघेल को ये ध्यान रखना चाहिए कि कोई यदि संवाद में गलत तथ्य भी ला रहा है तो उसका समाधान तर्कसंगत तरीकों से करें। ठीक इसी तरह की स्थिति सूरजपुर ज़िले में भी भेंट-मुलाकात के दौरान एक युवती के अचानक बोल उठने पर भी हुई थी।
सूबे के मुखिया जिस तरह युवक से कहे कि तुम्हारे पिता चाचा ने माइक पकड़ा है इसे संवाद के दायरे में तो कतई नहीं कहा जा सकता।
बहरहाल छत्तीसगढ में ही नहीं अब ये वीडियो राष्ट्रीय मीडिया में भी जोर शोर से चलना शुरू हो गया है।