2 जनवरी 2023 से छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र प्रारंभ होगा और यह 6 जनवरी 2023 तक चलेगा।
इसमें भाजपा विधायक दल की रणनीति बनाने के लिए नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आज 1 जनवरी 2023 को भाजपा विधायक दल की बैठक आमंत्रित की है।
सूत्र जो बता रहे हैं उसके अनुसार इस बैठक में रणनीति बनाई जाएगी कि 2018 के कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र में जो जनता से वादा किया गया था वह पूरा नहीं हो रहा है 4 वर्ष हो चुके हैं इस पर सरकार को जोरदार तरीके से घेरने का प्रयास किया जाएगा।
इस बैठक में यह भी निर्णय लिया जा सकता है की प्रतिदिन सरकार की नीतियों के खिलाफ और विभागों में भ्रष्टाचार के खिलाफ स्थगन प्रस्ताव लाया जाए।
2 दिसंबर 2022 को छत्तीसगढ़ विधानसभा द्वारा सर्वसम्मति से पर आरक्षण नीति जो राजभवन में फस गया है उसको लेकर भी विधानसभा गर्म हो सकती है।
छत्तीसगढ़ की जनता को यह इंतज़ार है कि जनता की समस्याओं को और किसानों की समस्या को लेकर भाजपा क्या रणनीति बनाती है। या फिर उनकी रणनीति सिर्फ यह है कि 2023 के नवंबर माह में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हराकर भाजपा की सरकार बने इसी बात का ध्यान रखते हुए क्या विधानसभा का सत्र शोर-शराबे के भेंट चढ़ जाएगा?
छत्तीसगढ में सत्ता में आते ही कांग्रेस का जनता से किया मुख्य वादा शराबबंदी का भी था लेकिन शराब बंदी की जगह शराब की बिक्री बहुत तेजी से बढ़ी।क्या इस मामले पर भी मुद्दा गरमाएगा।भाजपा अभी भी ज़मीनी स्तर पर कांग्रेस की अपेक्षा बहुत ही कमजोर और बेअसर साबित हो रही है। देखना ये है कि क्या भाजपा का केंद्रीय संगठन तमाम प्रयासों के बाद छत्तीसगढ में अपने पैरों में भाजपा को पुनः खड़ा कर पाता है या नहीं।