छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन अधिवेशन 6 जनवरी तक चलना था। आज अचानक उसे 4 जनवरी को समाप्त कर दिया गया। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने विपक्ष को बगैर विश्वास में लिए इस निर्णय का विरोध करते हुए विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र लिखा है । उन्होंने लिखा है कि ” छत्तीसगढ़ विधानसभा का सत्र जो कि 6 जनवरी तक चलना था आज अचानक उसे समाप्त कर दिया गया। अब भाजपा विधानसभा के किसी भी आयोजन में भाग नहीं लेगी।”

नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने सपाट शब्दों में कठोर निर्णय वाला पत्र लिख डाला।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ विधान सभा यूं ही बिना चले पहले भी स्थगित कर दी गई थी जो कि लोकतंत्र के लिए उचित कदापि नहीं है।इससे आमजन की समस्या ज्यों की त्यों बनी रहने की संभावना बनी रहती है क्योंकि विधान सभा में विधायकों के प्रश्न कई बार सदन के पटल पर समाधान निकालने में सहायक होते हैं।

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