अंबिकापुर के गुदरी बाज़ार में रहने वाले श्रवण कुमार शर्मा ने ज्यों ही आज प्रधानमंत्री मोदी को अपने हाथों से बनाई पेंटिंग दी त्यों ही लोग कह उठे देखो ‘गुदरी के लाल ‘ को।आखिरकार अब मोदी भी सरगुजा की माटी के कुशल चितेरे श्रवण कुमार शर्मा के हाथ से अपने बने चित्र व रंग संयोजन पर मुस्कुरा ही उठे।
सरगुजा ज़िले के मुख्यालय अंबिकापुर के ख्यातिप्राप्त चित्रकार श्रवण कुमार शर्मा ने आज दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात कर उन्हें अपनी कला से परिचित कराते हुए उनकी पेंटिंग उन्हें भेंट की है।
गौरतलब है कि श्रवण कुमार शर्मा ने अविभाजित मध्यप्रदेश के समय से ही 70 व 80 के दशकों में सरगुजा की लोक संस्कृति को प्रकृति के साथ जीवंत रूप से उकेर कर बहुत कम उम्र में ही प्रसिद्धि पाई थी।
इनकी पेंटिंग में लोकसंस्कृति की झलक बहुत खूबसूरती से परिलक्षित होती हैं।
आकाशवाणी अंबिकापुर समेत मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ और देश के तमाम जगहों पर श्रवण कुमार शर्मा की पेंटिंग देखकर लोग आज भी अभिभूत हो जाते हैं।
चटक रंग जो प्राकृतिक हैं उनका बहुत ही अच्छा प्रयोग इनकी पेटिंग की बड़ी विशेषता है।
इन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को भी अपने हाथ से बनी पेंटिंग दी है।
कुछ दशक पूर्व इनका नाम पद्म श्री के लिए भी उछला मगर पुरस्कार की दौड़ से सरगुजा के इस माटी पुत्र और कुशल चितेरे को कोई खास लेना देना नहीं रहा।
इनके घर से गुजरते लोग इनके घर की खिड़की से टकटकी लगाए इस साधक को एकाग्रचित होकर चित्र बनाते और उनमें रंग भरते देख लोकसंस्कृति की भीनी खुशबू को महसूस करते रहे हैं।