नारायणपुर ज़िला भाजपा कार्यकर्ताओं की गंभीर नाराज़गी को दूर करने के लिए 1 महीने 8 दिन के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव नारायणपुर ज़िला मुख्यालय के जेल पहुंचे। भाजपा ज़िलाध्यक्ष रूप साय सलाम एवं अन्य कार्यकर्ताओं से मिलने शायद उन्हें डर सताने लगा था क्योंकि 11 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा बस्तर संभाग के मुख्यालय जगदलपुर आ रहे हैं कहीं यह मामला भाजपा हाईकमान के संज्ञान में ना आ जाए।
भाजपा के ज़िला अध्यक्ष रूप साय सलाम नारायणपुर ज़िला मुख्यालय में आदिवासियों और ईसाइयों के बीच हुए संघर्ष में धर्मांतरण के विरोध में आंदोलन में शामिल हुए थे।इस पर पुलिस ने उन्हें गंभीर धाराओं के साथ गिरफ्तार कर लिया। ज़िला न्यायालय में उनकी जमानत निरस्त हो चुकी है। उच्च न्यायालय बिलासपुर में जमानत याचिका लगी है । लेकिन तारीख नहीं लग रही है। नारायणपुर ज़िला मुख्यालय के साथ बस्तर संभाग के ज़िलों में एक ज़िलाध्यक्ष का समय से जमानत नहीं करवा लेने के कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराज़गी व्याप्त है। और तो और उनका मनोबल भी गिर रहा है। अगर समय रहते चलते जमानत नहीं हुई तो भविष्य में इसका राजनीतिक नुकसान भाजपा को हो सकता है।
वहीं इस मामले में भूपेश सरकार कदम फूंक फूंक कर रख रही है।इस संगीन मामले ने तूल पकड़ लिया था और नारायणपुर के तत्कालीन एसपी सदानंद कुमार को भी प्रदर्शन कारियों ने मारपीट कर चोटिल कर दिया था।इस कारण कोई विवाद अधिक हो इससे पहले ही सरकार ने एसपी सदानंद कुमार का ट्रांसफर बहुचर्चित ज़िले रायगढ़ में कर डैमेज कंट्रोल भी किया और एक तरह से आईपीएस को ईनाम ही दिया।
ये तय है कि नारायण पुर ज़िले का संगीन मामला राजनीति पर भी असर डालेगा इसलिए कोई भी राजनैतिक दल इस पर जोखिम उठाना नहीं चाहता।
सूत्रों के अनुसार अजय जमवाल और पवन साय भी आज सुबह नारायणपुर में कार्यकर्ताओं से मिलकर कांकेर आ गए।