पूरी सरकार ही जब प्रदेश को छोड़कर पिकनिक और सैर सपाटे पर लग जाए वो भी तब जब झारखंड में एक सिरफिरे ने अंकिता को ज़िंदा जलाकर मार डाला। इस स्थिति में लोग आखिर किसके पास गुहार लगायें।
झारखंड में इस समय हेमंत सोरेन सरकार पर सियासी संकट मंडरा रहा है लेकिन जब एक लड़की को दर्दनाक मौत दी जाती है तब वहां पर सरकार के मंत्री और विधायकों को किस मर्यादा का पालन करना चाहिए ये लगातार बहस का मुद्दा बना हुआ है।
अब हेमंत सोरेन की सरकार के अधिकांश विधायक और मंत्री छत्तीसगढ की राजधानी रायपुर के सर्वसुविधायुक्त और आलीशान मेफेयर लेक रिसार्ट पर आ रहे हैं।जिससे एक साथ रहने के कारण कोई इस सरकार के विधायकों को जोड़ तोड़ कर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास न करे।
परंतु प्रश्न ये है कि जब लगातार झारखंड में कानून व्यवस्था बिगड़ रही है तो आखिर सरकार के दर्जनों विधायक खूंटी डैम में पिकनिक मनाते रहे वहीं आज रायपुर की उड़ान भरके राज्य को उसके हाल में छोड़ निकल पड़े।
जाहिर है जनता की चिंता से बढ़कर अपना अपना स्वार्थ साधने में लगे झारखंड के इन राजनेताओं ने जो उदाहरण पेश किया है वो राजनीति के एक काले अध्याय के रूप में ही पढ़ा जाएगा।
हर सरकार लड़की बचाओ लड़कियों को बढ़ाओ जैसे नारे तो दे रही है पर हक़ीक़त इसके विपरीत है।