डीजीसीए ने एयर एशिया पर लगाया 20 लाख रुपये का जुर्माना।
23.11.2022 से 25.11.2022 के दौरान DGCA द्वारा मैसर्स एयर एशिया (इंडिया) लिमिटेड का निगरानी निरीक्षण किया गया था।
निरीक्षण के दौरान, डीजीसीए टीम ने देखा कि मैसर्स एयर एशिया (इंडिया) लिमिटेड के पायलटों के कुछ अनिवार्य अभ्यास पायलट प्रवीणता जांच/इंस्ट्रूमेंट रेटिंग चेक (जो एक अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन की आवश्यकता है) के दौरान अनुसूची के अनुसार नहीं किए गए थे। जिसके परिणामस्वरूप डीजीसीए के नियमों का उल्लंघन हुआ।
डीजीसीए ने जवाबदेह प्रबंधक, प्रशिक्षण प्रमुख और मैसर्स एयर एशिया (इंडिया) लिमिटेड के सभी नामित परीक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया कि क्यों न उनके विनियामक दायित्वों के निरीक्षण की कमी के लिए उनके खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई की जाए। जवाबदेह प्रबंधक, प्रशिक्षण प्रमुख और सभी नामित परीक्षकों के लिखित उत्तर की जांच की गई।
तदनुसार, वर्तमान मामले में निम्नलिखित प्रवर्तन कार्रवाई की गई है:
- रुपये का वित्तीय जुर्माना। लागू डीजीसीए नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के उल्लंघन के लिए मैसर्स एयर एशिया (इंडिया) लिमिटेड पर 20, 00,000/- (रुपये बीस लाख मात्र) का जुर्माना लगाया गया है।
- लागू डीजीसीए नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहने के लिए 03 महीने की अवधि के लिए प्रशिक्षण प्रमुख को उनके पद से हटा देना।
- रुपये का वित्तीय जुर्माना। मैसर्स एयर एशिया (इंडिया) लिमिटेड के 08 (आठ) नामित परीक्षकों में से प्रत्येक पर 3,00,000/- (केवल तीन लाख रुपये) लागू डीजीसीए नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं के अनुसार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में विफल रहने के लिए।
डीजीसीए लगातार मानक के लिए कड़ाई से जांच करता है जिससे उड्डयन विभाग में लगी विमानन कंपनियां सचेत रहें और घरेलू व अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों में यात्रियों को कोई दिक्कत न हो।