बस्तर संभाग के डिलमिली में हिंदू धर्म से अंतिम संस्कार न होने को लेकर आज ग्रामीणों ने जमकर नारे लगाए।इसाई मिशनरी मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए सड़क जाम कर दिया।ग्रामीणों और हिंदू संगठनों को समझाते दिखे पुलिस और प्रशासन के अधिकारी।
विहिप बजरंग दल बस्तर डिलमिली विवाद को सुलझाने जा रहे पदाधिकारी बजरंगी हुए नजर बंद,विरोध मे चक्का जाम
दिनांक 31 अगस्त 2022 जगदलपुर
जब विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल के पदाधिकारी डिलमिली की ओर जा रहे थे , तब पुलिस प्रशासन ने सिटी कोतवाली और परपा थाने मे नजर बंद कर दिया गया जिसके विरोध मे बजरंगी चक्का जाम परपा थाने सामने गिदम रोड मे किया गया। लखिधर बघेल ने बताया इधर हजारों की संख्या मे ग्रामीणों ने भी विरोध मे डिलमिली राष्ट्रीय राजमार्ग 30 को चक्का जाम किया गया। जिला मंत्री हरि साहू ने कहा कल जो घटना घटी है डिलमिली मे यह पहली घटना नहीं है शासन प्रशासन को यह चेतावनी है इस प्रकार की हिंदू विरोधी घटना पुनः होती है तो विश्व हिंदू परिषद उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगा जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
नगर अध्यक्ष पवन राजपूत जी ने बताया हिंदू संस्कार के अनुरूप अंतिम संस्कार न करके विदेशी विधि से क्रिया क्रम कर दिया गया। जिससे ग्राम जन और आस पास के ग्राम वासी द्वारा हुए अंतिम संस्कार का विरोध करने के बाद भी प्रशासन द्वारा दबाव में आकर यूरोपीय संस्कृति मे अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिसका ग्राम वासी विरोध करते हुए जानकारी प्राप्त विश्व हिन्दू परिषद को हुई।ग्राम वासियों का कहना है कि हम माटीपुत्र हैं और हमारा सनातन संस्कार हिन्दू है उसके अनुरूप ही उसका अंतिम एवं अंतिम क्रिया कर्म होना चाहिए जो नही हुये। विहिप ने अल्टीमेटम जारी कर इस मामले को जल्द सुलझाने को कहा।
आदिवासी महिला का जो धर्म परिवर्तन करके ईसाई बन चुकी थी उसके अंतिम संस्कार जो ईसाई मिशनरी के रीति-रिवाज से हुआ गांव का नाम लिखा हुआ है। उसी को लेकर यहां मामला गर्म हो गया है ।
किसी भी स्वस्थ समाज के लिए धार्मिक सद्भाव आवश्यक होता है।इस तरह की घटनाओं को तूल देने की बजाय गंभीरतापूर्वक बैठकर निपटाने के प्रयास पर ही जोर देना चाहिए।