पाकिस्तान की जेल में बंद बेटे के लिए तीन साल से भटक रहे बुजुर्ग मां–बाप।
एमपी के खंडवा जिले के इंधावड़ी गांव का एक परिवार तीन साल से पाकिस्तान में बंद अपने बेटे से मिलने के लिए भटक रहा है। हताश होकर अब उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बेटे को वतन लाने की गुहार लगाई है। वर्ष 2019 में यह बात सामने आई थी कि खंडवा के इंधावड़ी गांव के युवक राजू पुत्र लक्ष्मण भील को पाकिस्तान के डेरा गाज़ी खान से पाक पुलिस ने जासूसी के आरोप में पकड़ा है। जो पाकिस्तान की जेल में बंद है। इसके बाद से राजू के पिता लक्ष्मण और माँ बसंता बाई उसके वापस घर लौटने का इंतज़ार कर रहें है। बुजुर्ग दंपत्ति अपने बेटे के लिए इन तीन सालों में कई कार्यालयों के चक्कर काट चुके है। कई आवदेन देने के बाद भी बेटे का अब तक कोई सुराग नहीं मिला।
राजू की जानकारी लेने के लिए परिजनों ने एसपी विवेक सिंह से मुलाकात की और मांग दोहराई कि बेटे से मिलवा दो। राजू की मां वसंता ने बताया कि हमारा बेटा राजू मानसिक रूप से बीमार हूं,वो पहले भी बगैर बताए कहीं चला जाता था, लेकिन कुछ दिनों के बाद लौट आता था,2019 में भी ऐसे बिना बताए कहीं चले गया हमनें बहुत जगह खोज की लेकिन नहीं मिला। दो तीन महीनें बाद कुछ लोग हमारे घर आए बेटे की जानकारी और कार्ड लिए तो उनसे पता चला कि वो पाकिस्तान की जेल में है।तब सरकार ने हमें मदद का आश्वासन दिया था,बेटे को वापिस लाने का भी कहा था पर राजू की कोई खबर नहीं मिली। हम प्रधानमंत्री मोदी जी से मांग करते हैं कि राजू को हमसे मिलवा दो।
वहीं पिता लक्ष्मण का कहना है हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं, दूसरी संतान विकलांग है। समझ नहीं आता क्या करें, जब बेटे की जानकारी मिली थी तो हमें सहायता देने का कहा था, लेकिन एक बार अनाज मिला था बस। हम तो बस अपने बेटे से मिलना चाहते है।
देखना ये है कि एक लाचार और गरीब मां बाप के लिए मध्यप्रदेश सरकार ने तो कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई क्या प्रधानमंत्री मोदी इनकी आस पूरी करेंगे?