नड्डा की सभा और संबोधन अड्डा
02 सितम्बर 2022
रायपुर :
भाजपा की विशाल आमसभा सभा में आमंत्रित किए जाने वालों की संख्या 50 हजार बताई जा रही है इसके लिए रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान को चयन किया गया है।
यह आम सभा 10 सितंबर को होना बताया जा रहा है, जिसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा संबोधित करेंगे।
सभा के लिए आमंत्रण देने हेतु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव नई दिल्ली में हैं।
दावा और सच्चाई के बीच है क्या ?
लेकिन एक बात समझ नहीं आ रही है पिछले दिनों भारतीय जनता युवा मोर्चा की मुख्यमंत्री निवास घेरने का कार्यक्रम इसलिए बनाया गया था कि प्रदेश में बेरोजगारों को कांग्रेस सरकार नौकरी नहीं दे रही है, इसमें एक लाख लोगों को आमंत्रित किया गया था और इसके लिए जगह का चयन किया गया था रायपुर नगर निगम के पास का मैदान जहां सिर्फ 5 से 7 हजार लोग एकत्रित हो सकते है।
अब साइंस कालेज का वह मैदान जिसे 10 सितम्बर को जेपी नड्डा की आमसभा के लिये तय किया जा रहा है, और भाजयुमो के प्रदर्शन के लिये जिस मैदान का चयन किया गया था, काफी अंतर है, इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा को आभास नहीं था कि प्रदेश के बेरोजगार युवक कम संख्या में, इस प्रदर्शन में भाग लेंगे। मीडिया के माध्यम से भाजपा नेताओं द्वारा आंकड़े कुछ दिए गए और पहुंचे कुछ ही। 50 हजार कार्यकर्ता साइंस कालेज में होंगे, इसमें भी बड़ा गफलत है क्योंकि आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक कालेज मैदान की क्षमता 20 हजार से अधिक नहीं है।
65 लाख भाजपा सदस्य और चुनाव में वोटों का रहस्य
भाजपा कार्यालय के मुताबिक 65 लाख भाजपा के सदस्य छत्तीसगढ़ में है और 2018 कि विधानसभा चुनाव में भाजपा को कुल 45 लाख वोट मिले थे, तो क्या भाजपा के कार्यकर्ताओं ने ही भाजपा को वोट नहीं दिया था क्या इसका पुनरावृति 2023 में होने जा रही है यहां हम नहीं कह रहे हैं रायपुर शहर के वार्डों के भाजपा नेता और जिलों के भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं का ही कहना है कि भाजपा ने कोई चेहरे नहीं बदले हैं और ना ही व्यवहार।अधिकांश वही भ्रष्ट चेहरे अभी भी प्रदेश कार्यालय से लेकर ज़िलों में तैर रहे हैं।
आने-जाने खाने-पीने का खर्चा कौन देगा
भाजपा कार्यकर्ताओं का यक्ष प्रश्न
02 सितम्बर 2022
रायपुर :
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा की आमसभा को सफल बनाने के लिए प्रदेश और जिला पदाधिकारी तथा विभिन्न मोर्चाओं व प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, मतदान केंद्र स्तर तक के लिए कार्यकर्ताओं को जागरूक करने ही रवाना हो चुके हैं। बैठकें जारी है ऐसा बताया जा रहा है कि जिला और मंडल पदाधिकारी से लेकर उनके कार्य समिति के सदस्य को हर हालत में इस सभा में पहुंचना है और सभा को सफल बनाना है…
यक्ष प्रश्न से अनुत्तरित नेता
कार्यकर्ता कब से पार्टी की पूंजी बनी
उपरोक्त कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जो भाजपा के नेता बैठक लेने जा रहे हैं, उनसे कार्यकर्ता पूछ रहे हैं कि हमें रायपुर आने के लिए वाहन और भोजन की व्यवस्था कौन करेगा, साथ ही यह भी स्पष्ट करें कि चूंकि हम लोग पार्टी का काम करते रहे हैं 15 साल के भाजपा शासनकाल में है हमने कोई लाभ नहीं उठाया, हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया, हमारे पास वाहन के लिए पैसा नहीं है। कृपया स्थिति स्पष्ट करते जाएं। कार्यकर्ताओं के इस हाजिर जवाबी से बैठकर लेने जा रहे नेताओं में असमंजस की स्थिति निर्मित हो गई है और जिनका कहना है कि पार्टी के कार्यकर्ता ही पार्टी की पूंजी है यह बात सुनते ही कार्यकर्ताओं का कहना था कि इस शब्द का प्रयोग तो 15 वर्ष भाजपा शासनकाल में नहीं किया गया और ना ही कार्यकर्ताओं को पूछा गया। आज इस शब्द का प्रयोग क्यों किया जा रहा है?