ब्रेकिंग जशपुर : मुख्यमंत्री के आगमन से पहले एक लेटर से मचा बवाल।
सरहूल पूजा समारोह में संसदीय सचिव यूडी मिंज समेत समुदाय विशेष के प्रवेश पर सरहूल सरना पूजा महोत्सव समिति ने लगाई रोक,कलेक्टर SP को सौंपा ज्ञापन,कहा ये आएंगे तो हमारी धार्मिक आस्था भावना होगी चोटिल,सरना स्थल होगा अपवित्र।
जशपुर,05 अप्रैल 2023
सीएम के आगमन से पहले जशपुर में बवाल मच गया है। एक लेटर से पूरे महकमे में जहां हड़कंप मच गया है वहीँ संसदीय सचिव को सरहूल पूजा महोत्सव में विशिष्ट अतिथि बनाए जाने से सरहूल पूजा समिति के लोग खासे नाराज हो गए हैं।समिति के लोगों ने धार्मिक आस्था चोटिल होनेके साथ सरना स्थल अपवित्र होने का हवाला देते हुए संसदीय सचिव समेत समुदाय विशेष के प्रवेश पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
समिति के लोगों द्वारा एसपी कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेखित है कि सरहुल पूजा समिति दीपू बगीचा के द्वारा दिनांक 06/04/2023 को सरहुल पूजा का आयोजन किया गया है। जिसमें समिति के द्वारा जारी किया गया पत्रक से यह ज्ञात हुआ है कि उक्त सरहुल पूजा विशिष्ट अतिथि के रूप में यूडी मिज विधायक कुनकुरी को आमंत्रित किया गया है। जिस पर सरहुल सरना पूजा महोत्सव समिति जिला जशपुर को घोर आपत्ति है।
ज्ञात हो कि दीपू बगीचा हिन्दूओं की पूजा एवं आस्था का पवित्र केन्द्र स्थल है, जहां हिन्दूओं के द्वारा पूरा आस्था विश्वास एवं श्रद्धा के साथ पूजा अर्चना किया जाता है।ऐसी स्थिति में उक्त पवित्र स्थल पर यूडी मिज जो कि धर्मांतरित ईसाई व्यक्ति हैं इनके प्रवेश करने से हमारे आस्था, विश्वास एवं धार्मिक भावना को गहरा आघात पहुंचेगा जिससे की हमारा सरना पूजा स्थल अपवित्र हो जायेगा।
इसलिए हम सभी यू डी मिंज एवं ईसाईयों के प्रवेश पर घोर आपत्ति करते हैं।
कलेक्टर एसपी से समिति ने निवेदन किया है कि दिनांक 06/04/2023 को आयोजित सरहुल पूजा में दीपू बगीचा सरना स्थल पर यूडी मिंज एवं ईसाईयों का प्रवेश निषेध करने कष्ट करें। अन्यथा उग्र आंदोलन करने के लिए हम सभी बाध्य हो जाएंगे।
बहरहाल 6 अप्रैल को सीएम के आगमन की तैयारी हो चुकी है।वहीं शहर में बैनर पोस्टर से सीएम के स्वागत की तैयारी की जा रही है।उल्लेखनीय है कि सरना पूजा महोत्सव को लेकर सामाजिक समिति बनी हुई है ऐसे में राजनैतिक हस्तक्षेप का इस समिति पर कोई असर नहीं होगा।अब देखना होगा कि उक्त मामले पर ज़िला प्रशासन समेत शासन का क्या रुख सामने आता है।
उल्लेखनीय है कि जशपुर में सरहूल सरना को मानने वाले दो संगठन हैं जिसमें एक सरहूल सरना पूजा महोत्सव समिति है। जिन्होंने पिछले 22 मार्च को सरना महोत्सव मनाया है।वहीँ दूसरी समिति सरहूल पूजा समिति दीपू बगीचा है जो सीएम को आमंत्रित कर 6 अप्रैल को सरना महोत्सव मना रही है।फिलहाल सरहूल सरना पूजा महोत्सव समिति के द्वारा अपनी आपत्ति दर्ज कराई गई है।जिसका ज्ञापन उन्होंने कलेक्टर एसपी को सौंपा है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ में डीलिस्टिंग को लेकर भी रायपुर में महारैली इसी माह निकाली जाएगी।इससे पहले ही इस तरह की बातें निकल कर सामने आना वो भी आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र से इन्हीं सब का संकेत तो नहीं है।