ED spl story:
भ्रष्टाचार की परत दर परत खोलने के लिए जांच एजेंसियों को भी किन किन दौर से गुजरना पड़ता है ये आज हम आपसे साझा कर रहे हैं।
जांच एजेंसी को मिली थी झारखंड में अवैध खनन से जुड़े मामले की जानकारी ।
जांच की टीम जब मौके पर पहुंची तो पता चला की अवैध रूप से चल रहे माइंस में लगे हैं डायनामाइट/गोला बारूद । जैसे ही इस बात की भनक चौकन्ने अधिकारियों को लगी तुरंत ही इस बात की सूचना ईडी मुख्यालय दिल्ली को भी दी गई।
जांच एजेंसी ने इस मामले में फिर करवाया ड्रोन कैमरे से वीडियो ग्राफी करवाई। इसके बाद जब वीडियो व तस्वीरें सामने आईं तो अधिकारियों समेत दिल्ली में भी ये ख़बर ईडी कार्यालय में फैली और वहां से बहुत चौकन्ना होकर पूरी सुरक्षा के साथ मामले की तफ्तीश के निर्देश पल पल मिलते रहे।
जेल में कैद एक आरोपी का अवैध खनन कनेक्शन का है मामला
ED Exclusive Breaking and Video:
झारखंड में अवैध खनन के मसले पर केंद्रीय जांच एजेंसी ED की बड़ी कार्रवाई ।गिरफ्तार आरोपी पंकज मिश्रा है जेल में, लेकिन उसके बाबजूद उसके गुर्गों के द्वारा हो रहा है साहेबगंज इलाके में अवैध तौर पर खनन ।
ED द्वारा करवाई गई अवैध खनन से जुड़े माइंस लोकेशन पर ड्रोन कैमरे से वीडियो ग्राफी। कई लोकेशन पर विस्फोटक/बारूद लगे होने का मिला है सबूत/ प्रमाण ।
जांच एजेंसी ने झारखंड के साहेबगंज पुलिस अधिकारियों को इस बेहद संगीन मामले में लिखा है पत्र।
गिरफ्तार आरोपी पंकज मिश्रा से जुड़े कई अवैध अवैध खनन से जुड़े मामले में एक नया FIR दर्ज करने का दिया गया है निर्देश ।
इसी से अंदाज़ लगाया जा सकता है कि जेल में बंद होकर भी रसूखदार लोग किस तरह बेख़ौफ़ इस तरह की कार्यवाही को कर अपना पूरा रैकेट बहुत ही आराम से संचालित कर सकते हैं।
जांच एजेंसी के अधिकारी यदि थोड़ी चूक करते तो संभावित था कि इस दौरान कोई हादसा भी हो सकता था।कदम कदम पर मौत का सामान जिस तरह से यहां बिछाकर रखा गया था उसकी पड़ताल में थोड़ी सी चूक सीधे ज़िंदगी को मौत के मुहाने पर ले जाने के लिए काफी थी।
ईडी समेत जांच एजेंसी के अधिकारी कर्मचारियों को को कितना चुस्त-दुरुस्त रहकर,अलर्ट होकर काम करना पड़ता है ये इस खुलासे से समझा जा सकता है।