हथियारबंद दस्ते के साथ बेखौफ घूमकर कानून व्यवस्था को चुनौती देकर समानांतर अपनी व्यवस्था वो भी अजीबो-गरीब तर्क कि पंजाब की आज़ादी चाहता हूं। ये सब कर चंद दिनों में ही देश की कानून व्यवस्था के लिए 29 वर्षीय अमृतपाल सिंह जो कि फरार था आज दबोच लिया गया है।

अपने हज़ारों समर्थकों के साथ तलवार, लाठी डंडों से लैस होकर अमृतपाल सिंह ने पंजाब में दिन दहाड़े थाने में घुसकर समर्थक को पुलिस से छुड़ा लिया था। पुलिस लाचार होकर देखती रह गई थी।
कानून से अधिक दिनों तक आंख मिचौली नहीं कर सका अमृतपाल सिंह।

अमृतपाल पकड़ा गया -पंजाब के मोगा ज़िले से अमृतपाल को हिरासत में ले लिया गया है। खुफिया विभाग के सूत्र के मुताबिक ये बड़ी ख़बर सामने आ रही है।
(Arrested from moga by punjab police not central agencies )

सूत्रों के मुताबिक़ कल शाम को पुलिस को जानकारी मिली थीं कि अमृतपाल मोगा के रोड़ा गांव में छिपा हुआ है।

पंजाबी हीरो दीप सिंह सिद्धू के बनाए संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ की कमान संभालकर और भिंडरावाले को अपना आदर्श बताकर पंजाब में कमलप्रीत सिंह ने युवाओं के बीच गहरी पैठ तेजी से बनानी शुरू कर अपने समर्थकों का अच्छा खासा हुजूम खड़ा कर लिया था।

दीप सिंह सिद्धू किसान आंदोलन के समय लाल किले में पहुँचकर सिख झंडा फहरा दिया था इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अपराध दर्ज किया था।बाद में एक सड़क हादसे में दीप सिंह सिद्धू की मौत हो गई थी।

इसके बाद अचानक कमलप्रीत सिंह की एंट्री हुई जो भिंडरावाले को अपना आदर्श बताकर खुलेआम पंजाब की आज़ादी के लिए दलीलें देने लगा था।कमलप्रीत सिंह दुबई में रहता था और भारत आकर ‘वारिस पंजाब दे’ की कमान अपने हाथ में लेकर एक बार फिर देश की कानून व्यवस्था के लिए चुनौती देने का काम कर सुर्खियों में आना चाह रहा था।

यहां तक कि इसने देश के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जान से मारने की धमकी भी दे डाली थी।

अमृतपाल सिंह लगातार वेष बदलकर भाग रहा था जिसे आखिर कार पंजाब पुलिस ने धर दबोचा है।

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