छत्तीसगढ में घोटालों की बात और ईडी के लगातार छापों के बाद एक और मामले ने तूल पकड़ लिया है। ये मामला सीधे सीधे होनहार छात्र छात्राओं के हितों में डकैती डालने वाला है।

भाजपा के युवा नेता गौरीशंकर श्रीवास ने सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया।ये बात अलग है कि भाजपा का बेहोश और सुप्तावस्था में पड़ा मीडिया सेल इसे प्रचारित करने में बाद में सक्रिय हुआ वो भी तब जब सोशल मीडिया पर लोग मुखर हो गए।

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की पोल खोलता ये पत्र जो किसी अभ्यर्थी ने लिखा है तेजी से सोशल मीडिया पर सुर्खियों में है।
भाजपा सिर्फ आरोप लगा रही है और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोल रहे हैं प्रमाण हो तो सरकार को उपलब्ध कराएं जांच करवाएंगे।
इस अज्ञात वायरल पत्र को ही आधार बनाकर सरकार तत्काल जांच समिति गठित करें शिक्षित बेरोजगारों के हित में जो दिन रात छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग में परीक्षा देने की तैयारी करते हैं।

ये पत्र परीक्षा दे चुके किसी अभ्यर्थी ने लिखा है ऐसा बताया जा रहा है।सच्चाई क्या है हम इसकी पुष्टि तो नहीं कर रहे मगर बेहद संवेदनशील इस मुद्दे को निष्पक्ष व कड़ी जांच के निर्देश मुख्यमंत्री को तत्काल देने चाहिए।

चूंकि मामला सीधे तौर पर राज्य के छात्र छात्राओं से जुड़ा है इसलिए भाजपा कल राजधानी में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन करने वाली है।वहीं इस मुद्दे को जोर शोर से उठाने वाले भाजपा के युवा नेता गौरीशंकर श्रीवास अब इसके लिए एक जोरदार मुहिम चला रहे हैं जिसमें वो छात्र छात्राओं के बीच जाकर एक एक पड़ताल कर तथ्य जुटा रहे हैं।उनकी इस ‘पहल’ को छात्र छात्राओं का जबरदस्त समर्थन भी मिल रहा है।

इस ट्वीट पर गौरीशंकर श्रीवास ने राज्य पीएससी के चेयरमैन टामन सोनवानी को ही निशाने पर ले लिया है वो भी स्पष्ट तौर पर।

बहरहाल ये मुद्दा धीरे धीरे कांग्रेस सरकार के लिए हानिकारक साबित होने वाला बनता जा रहा है वहीं आगामी चुनाव को देखते हुए भाजपाई इस मुद्दे के जरिए युवा वर्ग पर अपनी पैठ बनाने के लिए बेचैन दिख रहे हैं।

वैसे टामन सोनवानी रमन सरकार में भी कांकेर कलेक्टर रह चुके हैं।लोग सोशल मीडिया पर ये भी तंज करने से नहीं चूक रहे कि “बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी।”

यदि आप इस परीक्षा में चयनित उम्मीदवार को बधाई दे रहे हैं तो थोड़ा इंतज़ार ज़रूर कर लीजिए।

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