इस नए संसद भवन में888 निर्वाचित लोकसभा सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
300 राज्यसभा सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की गई है।
2025 से देश में विधानसभा और लोकसभा क्षेत्रों के परिसीमन की प्रक्रिया प्रारंभ हो सकती है, जैसा कि बताया जा रहा है कि 75 हजार मतदाता के बीच एक विधानसभा और 6 लाख मतदाता के बीच एक लोक सभा सीट बनाने का प्रस्ताव है।
हालांकि केंद्रीय चुनाव आयोग की सिफारिश उपरोक्त आंकड़ों के तहत केंद्रीय सरकार के पास विचाराधीन है।
वहीं अब कुछ महत्वपूर्ण लोगों का मानना है कि आरक्षण प्रणाली पर रोटेशन प्रणाली का उपयोग किया जाए जिससे अन्य लोगों को भी संसद सदस्य बनने का और विधायक बनने का मौका मिल सके।
पूरे देश में संसद भवन के उद्घाटन पर भी एक बहस छिड़ी है वहीं कुछ राजनैतिक हस्तियों समेत अन्य लोग मान रहे हैं कि इसे बेवजह तूल दिया जा रहा है जो ठीक नहीं है।