जम्मू कश्मीर के गुलाम अली जो गुर्जर मुसलमान है और भाजपा के प्रवक्ता भी रह चुके हैं उन्हें केंद्र सरकार की अनुशंसा पर भारत के राष्ट्रपति ने राज्यसभा के लिए मनोनीत करने का आदेश जारी किया।
संयुक्त स्टूडेंट फेडरेशन के माध्यम से जम्मू कश्मीर में राजनीति प्रारंभ करने वाले गुर्जर मुसलमान गुलाम अली कभी स्वर्गीय भीम सिंह के पैंथर्स पार्टी के सलाहकार हुआ करते थे और पेशे से इंजीनियर हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार जी के काफी करीबी हैं और मुस्लिम राष्ट्रीय मंच में इनकी सक्रिय भागीदारी रही है। चर्चा यह है कि इंद्रेश जी की अनुशंसा पर ही इन्हें राज्यसभा में मनोनीत किया गया है जम्मू कश्मीर के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है।
इसके पहले गुलाम नवी आज़ाद का कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी की कवायद करना भी भाजपा के लिए फायदेमंद हो चुका है।अब गुलाम अली को राज्य सभा में मनोनीत करना भाजपा का एक बड़े दांव के रूप में देखा जा रहा है।
स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा बड़ा उलटफेर कर सत्ता में काबिज होने के एक के बाद एक दांव खेल रही है।