छत्तीसगढ़ में शराब बंदी की बात करना ही किसी भी दल के लिए बेमानी ही है।कुछ दिनों पहले कांग्रेस के कार्यक्रम में राहुल गांधी आए थे उसमें हर ज़िले से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भीड़ रायपुर पहुंची थी। वापसी में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चलती बस में जाम छलकाए और पीछे गाना बज रहा था पी ले पी ले ओ मेरे जानी। इसमें जमकर डांस हुआ और आज भाजपा की परिवर्तन यात्रा का दंतेवाड़ा से शुभारंभ हुआ इसमें भाजपाई भी जाम छलकाते दिखे।
अब सवाल ये कि छत्तीसगढ़ में क्या वाक़ई शराब बंदी संभव है? वैसे भी छत्तीसगढ़ के सरगुजा व बस्तर संभाग आदिवासी बहुल हैं और शराब उनकी संस्कृति का अंग है।
साथ ही छत्तीसगढ़ में शराब की खपत दिन पर दिन बढ़ ही रही है ऐसे में राज्य में शराबबंदी की बात करना दोनों दलों के नेताओं के द्वारा झूठे वादे से कम नहीं है।