ढह गया सरजुजा राजपरिवार की राजनीति का अभेद्य किला।

हार जीत का अंतर भले कम है मगर जिस तरह से टी एस सिंहदेव को जनता ने नकारा है वो इनके प्रति आमजन का वो दबा विरोध है जो ईवीएम से निकला और इन्हें मैदान से ही बाहर करके माना।

लखनपुर के राजेश अग्रवाल 2017 में कांग्रेस से भाजपा में आए और इस बार पहले चुनाव में राज्य के क़द्दावर नेता डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव को हराया।

जनता ने मोदी के सिपाही बने राजेश अग्रवाल पर मोदी की गारंटी के बाद अपना भरोसा जताया और राजपरिवार के टी एस सिंहदेव को हार का सामना करने पर विवश कर दिया।

रिकाऊंटिंग के बाद 94 मतों से राजेश अग्रवाल को विजयी घोषित कर दिया गया है।

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