आज का सूर्योदय अपने साथ एक ऐसी किरण का प्रकाश लाया है जिसका आभास करने वाले उत्साहित हैं क्योंकि आज सूर्योदय की किरण की चमक 500 वर्ष के बाद आई है! प्रत्येक स्थान में एक नाम गूंज रहा है वो है राम का!
ऐसे में जगह जगह पिछले एक महीने से ही वातावरण राम के रस में सराबोर है!
अयोध्या में मंदिर की झलक आपके समक्ष है साथ ही छत्तीसगढ़ की माँ महामाया की नगरी अंबिकापुर में एक लाख दियों से जन जन के आराध्य भगवान श्री राम का नाम जगमगाएगा!
इस अवसर पर लोग तन मन धन से अपने आराध्य के अयोध्या में विराजित होने के अवसर पर सेवा में लगे हैं!
मरठों की वीर भूमि महाराष्ट्र में जगह जगह अखंड रामायण का पाठ हो रहा है और कालोनीयों को इस तरह सजाया जा रहा है जैसे दीपावली हो!
गौरतलब है कि जीजाजी बाई ने वीर शिवाजी की रग रग में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के और आराध्य भगवानों के प्रेरक संस्कार भरे जिसके कारण शिवाजी ने अताताईयों को इस पावन धरा पर अपने पैर जमाने से रोका और हिन्दवी साम्राज्य का सिंहनाद किया जिसकी गूंज आज तक लोगों के मन में है!
यहाँ हाइड़ पार्क में बकायदा अयोध्या धाम बनाया गया है और आज हज़ारों लोगों का भंडारा किया गया है!
छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल माना जाता है ऐसे में एक राजपरिवार के सदस्य विन्ध्येश्वर शरण सिंहदेव ने इस अवसर पर गांव गांव में दीपक बंटवाने शुरू किये वो भी तेल और बत्ती के साथ जबकि इनका परिवार कांग्रेस से जुड़े रहा है लेकिन इस पुनीत अवसर पर उन्होंने बिना सामने आये कहा कि “ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे निमंत्रण मिला, निमंत्रण तो एक प्रतीक है परन्तु मेरे पिता स्वर्गीय राजा उमेश्वर शरण सिंहदेव की परम्परा का पालन करते हुए आज मै इस पावन यज्ञ में अपनी तृण मात्र की आहुति अर्पित कर पा रहा हूं!”
इनके 7 वर्षीय पुत्र स्वयं दीपक बाँटने का नेतृत्व कर रहे हैं!