सरगुजा ज़िले में आजकल एक ही नाम सब की ज़ुबान पर है वो है आईटी का!5 दिन से लगातार आई टी के लोगों की अंबिकापुर में उपस्थिति से लोगों के मन में जिज्ञासा है कि अब किसकी बारी?
पहले उस कार्यक्रम की जो कई लोगों को पसंद आया उसके बाद आई टी के राडार पर सरगुजा के पूर्व और 4 ज़िलों के कलेक्टर संजीव कुमार झा पर गहराते संकट की!साथ ही ईडी की आहट के बारे में!
वहीं कल ही अंबिकापुर के एक बड़े होटल में देश के एक जाने माने माने स्पीकर अनिल झा ने मुंबई की फाइनेंसिअल एडवाइजर स्वाति असाटी के कार्यक्रम में ईमानदारी से वित्तीय प्रबंधन को कैसे करें इस पर जब विस्तार से बताया तो आजकल चल रही जालसाजी से बचने और अपने बजट का उपयोग कर बड़े लाभ बिना किसी झांसे में आये किस तरह कमाएं ये विस्तार से और बारीकी से बताया!
इसमें राज्य के पूर्व आईजी जयंत कुमार थोरात समेत सरगुजा के कुछ पुलिस अधिकारी समेत जिले के उद्योगपति विजय कुमार इंगोले, अजय कुमार इंगोले, आनंद अवस्थी व इंजिनियर सोमनाथ सिंह और युवा आर्किटेक्ट मनोज पाठक बैंक के अधिकारी चंद्र शेखर तिवारी समेत चिकत्सा के क्षेत्र से डॉ लक्ष्मण सोनी,सहित कइयों ने इसे सराहा! नरेंद्र टूटेज़ा ने अपने मंच संचालन से सबको बांधे रखा!
अब ये तो रही एक सकारात्मक पहल की बात मगर अंबिकापुर में इसी कार्यक्रम में पहल को कई ऐसी जानकारी मिली जो चौँकाने वाली हैँ इसमें पुख्ता सूत्रों के अनुसार अंबिकापुर के कई बिल्डरों को भी आई टी ने बुलाकर कई सम्पत्ति की जानकारी ली है जिसमें बाद में बंगाली ज़मीन के परमिशन के नाम पर सरगुजा संभाग के अंबिकापुर और सूरजपुर में रहे दो पूर्व कलेक्टर की कई करगुजारियों की जानकारी ली!
बताया जा रहा है कि एक आई ए एस ने कोल स्कैम में लिप्त लोगों की जमकर मदद की और उनके काले धन को कमाने में बकायदा इनके सिण्डिकेट में शामिल होकर पद का भरपूर दुरूपयोग किया!
आई टी की रेड से कई तो पहले दिन ही घर से ही फरार हो गए और कई ज़मीन कारोबारी और दलालों की सांसे अटकी हैँ जिसमें कांग्रेस नेताओं के साथ मिलकर कारोबार करने वाले कुछ भाजपाई भी अब लोगों की नज़र में आ चुके हैँ!
संजीव कुमार झा के कार्यकाल में हुए बंगाली ज़मीन के परमिशन समेत कई बड़े काम पर आई टी की पैनी निगाहेँ हैँ वहीं सूत्रों की माने तो पूर्व मंत्री अमरजीत भगत पर जल्दी ही ईडी का शिकंजा कस सकता है!