सरकार आती हैँ जाती हैँ मगर नियम कानून का पालन कराने में प्रशासन की कोताही सामने आती रहती है!
सरगुजा ज़िले में मिशन का एक स्कूल कार्मेल हमेशा विवादित रहा है लेकिन जिम्मेदार कड़ी कार्यवाही नहीं किये इसका खामियाजा एक नाबालिग लड़की के दुःखद अंत के रूप में सामने आया है!
नाबालिग लड़की 12 वर्ष की थी और स्कूल में 6 वीं क्लास में पढ़ती थी और वहां की दो अध्यापिका के नाम इस परेशान बच्ची ने सुसाइड नोट में लिखकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली!
राज्य की भाजपा सरकार को ये याद रखना होगा कि छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना का वादा कर वो सत्ता में आई है लेकिन ये दुर्भाग्य है कि एक नाबालिग ने क्रूर सिस्टम से परेशान हो अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर ली!
क्या इस बच्ची की माँ को भी ” महतारी” जैसे शब्द से बंचित करने वालों को कड़ा दंड मिलकर कोई सर्कुलर जारी होगा या किसी और महतारी ( माँ ) की कोख उजड़ने तक यूँ ही बेशर्म इंतज़ार किया जायेगा!