बस्तर संभाग के बीजापुर जिला मुख्यालय के कभी कांग्रेस के प्रभावशाली नेता रहे एवं वर्तमान में भाजपा के नेता अजय सिंह को आदिवासी नेताओं के संगठन के द्वारा गिरफ्तार करने की मांग को लेकर जो प्रदर्शन किया गया आज बीजापुर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। उल्लेखनीय है कि बीजापुर कलेक्टर से उनके विवाद का जो ऑडियो वायरल हुआ था और उसके बाद कलेक्टर बीजापुर अनुराग पांडे का स्थानांतरण भी हो गया।
यह अलग बात है कि अनुराग पांडे कलेक्टर बीजापुर का प्रशासनिक दृष्टिकोण से स्थानांतरण किया गया था।

बीजापुर कलेक्टर सैनिक स्कूल रीवां के छात्र हैं और आर्मीचीफ के जूनियर रहे हैं।

पुलिस द्वारा जारी किए गए दस्तावेज जिसमें नेता अजय सिंह के कई मामले हैं।
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग के बीजापुर के प्रभावशाली कांग्रेस के नेता रहे कांग्रेस सरकार में युवा आयोग के सदस्य भी रहे लेकिन बीजापुर के विधायक जो कांग्रेस के थे और आज हैं विक्रम मांडवी और वहां के कलेक्टर के साथ गंभीर मतभेद होने के कारण उन्हें जिला बदर किया गया था उनका आपराधिक रिकॉर्ड पुलिस ने जारी किया है।
उसके बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी से निष्कासित कर दिया गया और लोकसभा चुनाव के पहले बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में उन्होंने भाजपा के एक विशाल कार्यक्रम में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली और वह भाजपा के नेता बन गए।
कभी बिलासपुर के सांसद रहे और मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार में जब मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा थे उनके कार्यकाल में गृहमंत्री रहे मनहरण लाल पांडे के सुपुत्र अनुराग पांडे जो कलेक्टर बीजापुर थे उनके साथ गंभीर वाद विवाद का जो ऑडियो वायरल हुआ उसको लेकर अजय सिंह वह चर्चा में आ चुके हैं।
भाजपा के विश्वसनीय सूत्र बता रहे हैं कि उनकी सगी बहन भाजपा नेत्री हर्षिता पांडे 3 अगस्त को प्रदेश भाजपा कार्यालय में जहां प्रदेश के भाजपा नेताओं की जमावड़ा लगा हुआ था और संगठन की महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी उसमें सभी नेताओं के सामने अपने भाई कलेक्टर बीजापुर के साथ अजय सिंह के वाद विवाद का विषय और सच्चाई सामने रखी लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया इस पर उन्होने यह भी कहा कि एक जनसंघ से लेकर भाजपा तक अपना जीवन देने वाले स्वर्गीय मनोहर लाल पांडे के सुपुत्र अनुराग पांडे के साथ अगर ऐसा हो सकता है तो फिर भाजपा के नेता कहां सुरक्षित हैं।

बताया जा रहा है कि कांग्रेस से भाजपा में आए नेता पर भाजपा नेत्री की आक्रामकता सबके सामने भारी पड़ी जिस पर भाजपा ने इस मामले पर अजय सिंह के ऊपर कार्यवाही की हरी झंडी इसलिए दिखाई जिससे बात आगे मत बढे और सरकार की किरकिरी मत हो।

अब आखिरकार नेता बने अजय सिंह को ये बात पता चल रही है कि सैनिक स्कूल से पढ़कर निकले और बीजापुर में कलेक्टर के पद पर बैठे अनुराग पांडेय और इनकी बहन के तेवर के आगे इनकी नेतागिरी की हेकड़ी पल भर में निकल गई और अब नेताजी न कांग्रेस के रहे और न ही भाजपाई बन पाए।

वहीं छत्तीसगढ में चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए सरगुजा व बस्तर क्षेत्र के नेताओ की जन्म कुंडली यदि भाजपा नहीं खंगालेगी तो छत्तीसगढ में भाजपा की इन दलबदलुओं के कारण किरकिरी ही होगी ये तय है।

नेता अजय सिंह पहले कांग्रेस में रहे कांग्रेस ने किनारे किया तो भाजपा ने अपनाया और अब भाजपा के लिए ही ये नेताजी मुसीबत का विषय बन गए

गौरतलब है कि बीजापुर में कलेक्टर रहे अनुराग पांडे रीवां के सैनिक स्कूल में पढ़ाई कर चुके हैं और इनका शैक्षणिक रिकॉर्ड भी काफी अच्छा रहा है।

बीजापुर जिले के कलेक्टर थलसेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी से दिल्ली में बस्तर का प्रतीक चिह्न देते हुए।गौरतलब है कि अनुराग पांडेय भी रीवां के सैनिक स्कूल से पढ़े हैं और आर्मीचीफ के जूनियर रह चुके हैं।

23 जुलाई की ये खबर सुर्खियों में थी-मानेकशॉ सेंटर नई दिल्ली में माननीय राज्यपाल अरुणाचलप्रदेश लेफ्टिनेंट जनरल के.टी. परनायक, थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी एवं एडमिरल दिनेश त्रिपाठी को कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने बस्तर की संस्कृति का प्रतीक चिन्ह किया भेट
बीजापुर 23 जुलाई 2024- मानेकशॉ सेंटर नई दिल्ली में आयोजित सैनिक स्कूल के भूतपूर्व छात्र सम्मेलन में अरुणाचलप्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल के.टी. परनायक, थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी, एडमिरल दिनेश त्रिपाठी को कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने बीजापुर की ओर से बस्तर की संस्कृति का प्रतीक चिन्ह भेंट किया।
कार्यक्रम में थल सेना अध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कहा कि बस्तर क्षेत्र बहुत ही सुंदर एवं प्राकृतिक सौन्दर्यता से परिपूर्ण है। जनरल द्विवेदी ने बताया कि उनके पिता जी की पोस्टिंग भी बस्तर क्षेत्र में रहा है जिनके कारण वे इस क्षेत्र से पूर्व से ही परिचित हैं।
बीजापुर जिले के कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा सैनिक स्कूल की मांग पर जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने विधिवत प्रस्ताव प्रेषित करने संबंधी जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में केवल एक ही सैनिक स्कूल अंबिकापुर में है बीजापुर में सैनिक स्कूल खुलने से जिले में विकास की गति को नया आयाम मिलेगा, छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों का बीजापुर से संपर्क बढे़गा।

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