लखनऊ में भाजपा और आरएसएस की बैठक: उपचुनाव, प्रत्याशियों और कई अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई।
अब यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी इस बैठक के पहले से ही योगी आदित्य नाथ की प्रशंसा करते नज़र आ रहे हैं इससे स्पष्ट है कि योगी का कद बढ़ रहा है और विरोधी चारों खाने चित्त नज़र आ रहे हैं।

अब कल की संघ के साथ बैठक में जो बात सामने आई उस पर एक नज़र।
- यह बैठक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास पर हुई, जिसमें आरएसएस के संयुक्त महासचिव अरुण कुमार मौजूद रहे। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, संगठन सचिव धर्मपाल, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक शामिल हुए।
- बैठक डेढ़ घंटे से अधिक समय तक चली। नगर निगमों और मंडलों में पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं को समायोजित करने, उपचुनावों में बेहतर प्रदर्शन की रणनीति, संभावित प्रत्याशियों, भाजपा सदस्यता अभियान में तेजी लाने, भाजपा के आगामी कार्यक्रमों और विभिन्न मुद्दों पर संगठन और सरकार के बीच समन्वय पर चर्चा हुई।
इस बैठक में जिस तरह से पुराने भाजपा कार्यकर्ताओं पर ध्यान केन्द्रित करने की बात कही गई उससे ये बात साफ है कि विगत लोकसभा चुनाव में जिस तरह दूसरी पार्टी के नेताओं को भाजपा में शामिल किया गया उससे संघ भी अंदर से नाराज़ बताया जा रहा है साथ ही सूत्रों की मानें तो योगी की बात को संघ ने गंभीरतापूर्वक लिया है।