पार्षद, महापौर और अध्यक्ष नगर पालिका/नगर पंचायत चुनाव में कितना खर्च कर सकते हैं इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है।
लेकिन उपरोक्त पदों पर चुनाव लड़ने वाले संभावित कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी ये अवश्य ध्यान दें कि
अभी सिर्फ आरक्षण की प्रक्रिया हो रही है।
चुनाव होंगे या नहीं यह अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।नगरीय निकाय विभाग के अधिकारी/और कुछ भाजपा नेताओं से हुई चर्चा के अनुसार चुनाव संभवतः 2025 में मई तक भी बढ़ सकते हैं हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
अधिसूचना जारी कर अभी से चुनाव के माहौल का प्रयास है लेकिन अंदरूनी तौर पर छत्तीसगढ की भाजपा सरकार के प्रति आमजन में काफी नाराज़गी है जिसे लेकर चुनाव को आगे ही करवाने की कोशिश की जा रही है।