हथकड़ी से बंधा दिखा नृशंस हत्याकांड का मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर।
बस्तर संभाग के युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या की गई थी।पोस्ट मार्टम करने वाले डॉक्टर ने भी बताया है कि मुकेश के शरीर के हर हिस्से में चोट थी कई पसलियां और हड्डी टूटी थीं।बर्बरता ऐसी कि गर्दन की हड्डी तक टूटी हुई थी।
इस नृशंस हत्याकांड ने छत्तीसगढ में पूरे सिस्टम पर ही एक सवाल खड़ा कर दिया है और लगातार कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
काम करने वाले कुछ अच्छे अधिकारियों को लूपलाईन में रखा गया है जबकि काम न करने वाले को जिम्मेदारी वाले ज़िले दे दिए गए हैं।
सरकार ने समय रहते यदि कानून व्यवस्था की समीक्षा नहीं कि तो ये आने वाले समय में सरकार के लिए ही मुसीबत का सबब बन जाएगा।