राजीव श्रीवास्तव,ये नाम सुनते ही लोग अपने तनाव भूल जाते थे।सामने महफ़िल में राजीव श्रीवास्तव होते तो लोग हंसते हंसते लोट पोट हो जाते।
चाहे कोई बड्रा मंत्री हो या बड़ा शख्स राजीव श्रीवास्तव के करारे व्यंग्य से उसका सामना अपने जीवन में हुआ ही।
लालू यादव जैसे कद्दावर और दमदार नेता के सामने उन्हीं की मिमिक्री कर राजीव श्रीवास्तव ने करारा प्रहार कर ये बता दिया था कि एक कलाकार के लिए उसका देश व समाज ही बड़ा होता है।
इनके संघर्ष के साक्षी रहे भाजपा के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने ट्वीट कर लिखा कि अपने साफ सुथरा हास्य विनोद के लिए राजीव हमेशा याद किए जायेंगे।उन्होंने हमेशा मैत्री धर्म बखूबी निभाया है।
हंसते हुए मुस्कुराते हुए,लोगों के तनाव को पव भर में विदा कर देने वाले राजीव श्रीवास्तव ने आज पितर पक्ष की एकादशी जैसी पावन तिथि पर दुनिया को अलविदा भले कह दिया।लेकिन गजोधर भैय्या जैसे किरदार में वो सदा के लिए अमर हो गए। शायद भगवान को भी अपने यहां एक ऐसी महफ़िल सजानी हो जिसमें हास्य हो विनोद हो इसलिए आज के दिन ‘हंसाने वाले देवता ‘को अपने यहां बुला लिया।
पहल की ओर से हंसी के देवता को सादर नमन।