
“छत्तीसगढ़ के डीजीपी का तेज आवाज़ वाले साइलेंसर और तेज डीजे पर बज्र प्रहार।”
रिपोर्ट आलोक शुक्ल।
होली के त्यौहार पर बच्चों की परीक्षाओं और बड़े बुजुर्गों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए छत्तीसगढ़ के नए डीजीपी अरुण देव गौतम ने बहुत ही सख़्त लहजे में एक आदेश निकाला है जिसकी सभी सराहना कर रहे हैं।
नए डीजीपी ने राज्य के सभी ज़िलों के एसपी को सख़्त निर्देश दिये हैं कि इस समय बच्चों की परीक्षाएं चल रही हैं ऐसे में ध्वनि प्रदूषण करने वाले यानि अप्रत्यक्ष रूप से गोली की आवाज़ करने वाले और तेज़ साईलेंसर को बुलेट व बाइक से हटवाने के लिए तत्काल ‘पहल’ शुरू करें ।
साथ ही विवाह समारोहों में तेज तेज आवाज़ में बजते डीजे बच्चों और बुजुर्गों दोनों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं इस पर स्वतः संज्ञान लें और ऐसी जगहों पर गश्ती बढ़ायें।
साथ ही ध्वनि प्रदूषण अधिनियम और मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत इतनी कड़ी कार्रवाई करें जिससे बाइक पर हुड़दंग मचाने वालों के हौसले पस्त हों।
गौरतलब है कि लगातार कई जगहों पर तेज आवाज़ वाले साइलेंसर और डीजे आमजन के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं। सूत्रों की मानें तो इस पर नवनियुक्त डीजीपी अरुण देव गौतम ने पूरे पुलिस महकमे को अलर्ट करने के लिए कड़े और स्पष्ट शब्दों में निर्देश जारी किए हैं और किसी भी तरह की कोताही बरतने पर पुलिस वालों पर भी कार्रवाई तक की चेतावनी दे डाली है।
ये आदेश अब आमजन में तो सुर्ख़ियाँ बटोर रहा है साथ ही डीजीपी के तेवर से पुलिस महकमे में लोग कह रहे हैं कि साहब का आदेश है अब काम तो करना ही पड़ेगा।

‘पहल’ से बात कर उन्होंने स्पष्ट किया है कि वो स्वयं इसकी मानिटरिंग कर रहे हैं और कोई भी लापरवाही इसमें कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।