वाह रे सरगुजा पुलिस सड़कपर दौड़ते बेलगाम बाईक सवारों,नशेड़ची हुड़दंगियों को पकड़ने की बजाय खुद सड़क पर दौड़ लगा रही।
अविभाजित मध्यप्रदेश में सरगुजा ज़िला कोरिया,जशपुर,सूरजपुर,बलरामपुर,मनेंद्रगढ़ तक फैला था। उस समय भी पुलिस अधीक्षक आए और गए।कहने का तात्पर्य कि अपराध उस समय भी होते थे मगर इतने लंबे चौड़े क्षेत्र में पुलिस की धमक का अहसास जब अपराधियों,हुड़दंगियों पर कम होने लगता था त्यों ही एक कुशल और दमदार अधिकारी को भेजकर लंबे चौड़े ज़िले में व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त कर दी जाती थी।
इस कड़ी में एसपी अटल,पी एल पांडेय,संजय चौधरी जैसे नाम लोगों के मन में सम्मान का प्रतीक माने जाते थे।
छत्तीसगढ बना इसके बाद भी यहां अरूण देव गौतम जैसे कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी का सम्मान लोगों के दिल में है।वहीं सरगुजा आईजी के रूप में अमर नाथ उपाध्याय जैसे शख्स का नाम भी सम्मान से लिया जाता है।
पर दुर्भाग्य कि जब सरगुजा ज़िला बहुत छोटे क्षेत्र तक सीमित हो गया है उसके बाद भी कई जगह दिन पर दिन नशेड़ची,बाईक सवार हुडदंगी जिनके विस्फोटक साइलेंसरों की बेसुरी आवाज़ भले ही पुलिस को न सुनाई दे पर आमजन के साथ साथ वरिष्ठ नागरिक बेहद परेशान हैं।
और तो और सरगुजा ज़िले के मुख्यालय अंबिकापुर में एसपी बंगले के सामने से ही बाईक में तीन तीन लोग बेधड़क शहर की सड़कों पर कानून को धत्ता बताते हुए खुलेआम घूमते रहते हैं।
स्थिति इतनी अनियंत्रित हो चुकी है कि शाम होते ही अंबिकापुर के पालीटेक्निक मैदान,पीजी काॅलेज मैदान व अन्य जगहों पर शराब के जाम बिना किसी भय के छलकाए जा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि “पुलिस को जानकारी दी जाती है,पुलिस आती है समझाकर या छोटी कार्यवाही कर छोड़ देती है।इससे उद्दंड स्वभाव के लड़के पुलिस को भी ‘DONT MIND’ की श्रेणी में ले रहे हैं।
बाईक में हुड़दंग मचाते बाईक सवारों को लेकर सीसीटीवी चेक न करना भी पुलिस पर प्रश्न चिन्ह लगाता है।
शहर के हर वार्ड के पार्षद इस कानून व्यवस्था के लिए अपने वार्ड में सीसीटीवी की फुटेज पुलिस को उपलब्ध करायें तो ये उचित होगा मगर कुछ वार्ड में पार्षद अपने घोषणापत्र में अपने वार्ड को एकदम स्मार्ट सिटी बनाने की बात किए पर हक़ीक़त कुछ और है।
पुलिस प्रशासन के द्वारा कार्यक्रम करवाना निःसंदेह एक अच्छी सार्थक पहल है इसका स्वागत किया जाना चाहिए। मगर ये कार्यक्रम तभी सार्थक होंगे जब शहर से लेकर गांव तक की सड़कों पर पुलिस के कानून के डंडे का डर हो।
देखिए एक नज़र पुलिस की विज्ञप्ति पर।
•fit-cop fit-city के तहत किया गया Fitness – Run कार्यक्रम का आयोजन।
• पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्रीमती भावना गुप्ता (भा. पु. से.) के निर्देशन मे कार्यक्रम का आयोजन।
• Fitness- Run कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य सरगुजा जिले के पुलिस अधिकारियो /कर्मचारियों एवं आमनागरिकों मे स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता एवं उत्साह मे वृद्धि करना है।
पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री अजय यादव (भा.पु.से) के सतत मार्गदर्शन मे पुलिस अधीक्षक सरगुजा श्रीमती भावना गुप्ता (भा.पु.से.) के निर्देशन मे सरगुजा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे fit-cop fit-city कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 25.09.2022 को 5 कि.मी. Fitness – Run कार्यक्रम का आयोजन गांधी स्टेडियम अंबिकापुर मे किया गया। आयोजन मे पुलिस के अधिकारी / कर्मचारी एवं आमनागरिको के द्वारा उत्साह पूर्वक बढ़ – चढ़कर भाग लिया गया एवं फिट-कॉप फिट-सिटी के तहत कुशल प्रशिक्षको के द्वारा योग एवं प्राणायाम करवाए गए।
पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा Fitness – Run कार्यक्रम के उदबोधन मे कहां कि सरगुजा पुलिस की मुहिम fit-cop- fit-city प्रतिभागियों के क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक सिद्ध हो रहा है और इसका असर सभी अपने सामान्य जनजीवन में महसूस कर रहे हैं, पुलिस अधीक्षक सरगुजा द्वारा इस तरह के आयोजन चरणबद्ध रूप से आगे भी करवाए जाने की जानकारी दी गई।
Fitness- Run मे अच्छा प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागीयों मे महिला वर्ग से प्रथम सीमा मरकाम, द्वितीय करिश्मा सिंह एवं तृतीय रोमा यादव एवं पुरुष वर्ग से प्रथम कृष्णा, द्वितीय विजय कुमार और तृतीय रामप्रवेश सिंह को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया, बच्चों मे आयुषी सिंह मरावी को Fitness- Run के अंतर्गत विशेष पुरुष्कार दिए गए, Fitness – Hike मे बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को भी प्रशस्ती पत्र प्रदान किया गया।
कार्यक्रम के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विवेक शुक्ला, नगर पुलिस अधीक्षक श्री अखिलेश कौशिक, उप पुलिस अधीक्षक डॉ प्रशांत देवांगन, रक्षित निरीक्षक श्री जयराम चरमाको, थाना प्रभारी कोतवाली श्री रुपेश नारंग, मणीपुर चौकी प्रभारी श्री सरफराज फ़िरदौशी एवं पुलिस विभाग के समस्त अधिकारी कर्मचारी एवं आमनागरिक बड़ी संख्या मे उपस्थित रहे।