ईडी ने मध्य प्रदेश में शराब ठेकेदारों से संबंधित परिसरों पर एक साथ तलाशी शुरू की है जिससे हडकंप मच गया है।
रिपोर्ट आलोक शुक्ल।
ईडी मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर, मंदसौर में विभिन्न शराब ठेकेदारों से संबंधित 11 परिसरों में तलाशी और जब्ती की कार्रवाई कर रही है।

ईडी ने शराब ठेकेदारों के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर मामले की जांच शुरू की, जिसमें ट्रेजरी चालान में जालसाजी और हेरफेर के जरिए सरकारी राजस्व को 49,42,45,615 रुपये का नुकसान पहुंचाने और वित्तीय वर्ष 2015-16 से वित्तीय वर्ष 2017-18 की अवधि के दौरान शराब के अधिग्रहण के लिए अवैध रूप से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) प्राप्त करने का आरोप है।
मामले में की गई जांच से पता चला कि आरोपी शराब ठेकेदार छोटी-छोटी रकम के चालान तैयार कर बैंक में जमा करते थे। चालान के निर्धारित प्रारूप में, “रुपये अंकों में” और “रुपये शब्दों में” लिखे होते थे। मूल्य को अंकों में भरा जाता था; हालाँकि, “रुपये शब्दों में” के बाद खाली जगह छोड़ दी जाती थी। धनराशि जमा करने के बाद, जमाकर्ता बाद में उक्त रिक्त स्थान में बढ़ी हुई धनराशि को लाख हजार के रूप में लिख देगा, तथा ऐसी बढ़ी हुई धनराशि के तथाकथित चालान की प्रतियां संबंधित देशी मदिरा गोदाम में या विदेशी मदिरा के मामले में जिला आबकारी कार्यालय में जमा कर देगा।